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Mutual Fund में निवेश करने से पहले अगर इन बातों का ध्यान नहीं रखा तो भुगतना पड़ सकता है बड़ा नुकसान!
Mutual Fund:– आजकल लोग जल्दी अमिर बनने के चक्कर में तरह तरह के शॉर्टकट के जुगाड़ में रहते हैं और कभी कभी इन शॉर्टकट की वजह से अपना बड़ा नुकसान करवा लेते हैं और बाद में उन्हें इसका पछतावा होता है। म्यूचुअल फंड भी अमिर बनने तथा अपने भविष्य के लिए पैसे सुरक्षित निवेश करने का एक माध्यम है जिसमें लोग तरह तरह के स्कीम में पैसे डालकर निश्चिंत हो जाते है की भविष्य में बढ़ती महंगाई के साथ साथ उनके पैसे की वैल्यू भी बढ़ जाएगी।
वैसे तो यह माना जा सकता है की म्यूचुअल फंड अच्छा और सुरक्षित निवेश बाजार है जिसमें निवेश करने से आपके फंड के सुरक्षित होने की संभावना होती है। लेकिन कभी कभी कुछ लोग जल्दीबाजी के चक्कर में ऐसी ग़लतियाँ कर देते हैं जिसके कारण उन्हें भारी नुकसान हो जाता है और वे बाजार को कोसते रहते हैं।
इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताएंगे जिन्हें आपको निवेश करते समय जरूर ध्यान रखना चाहिए वरना बाद में आपको बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। म्यूचुअल फंड को अक्सर अच्छा रिटर्न देने के लिए जाना जाता हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में म्यूचुअल फंड का औसत दस साल का रिटर्न 20 प्रतिशत है। साथ ही, देश में म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या भी 4 करोड़ से अधिक हो गई है।
Mutual Fund में इन बातों का रखें ध्यान
म्यूचुअल फंड से अच्छा रिटर्न प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक है कि आप कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखें।
इस तरह के फंड में करें निवेश
म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय इस बात का ध्यान रखना आवश्यक है कि आप किस प्रकार की स्कीम में निवेश कर रहे हैं। आपको शुरुआत लार्ज कैप फंड से करनी चाहिए क्योंकि इसमें जोखिम कम होता है। इसके बाद आप मल्टी कैप या मिड कैप फंड का चयन कर सकते हैं। इनमें जोखिम थोड़ा अधिक होता है, लेकिन अच्छे रिटर्न की संभावना भी रहती है।
आप अपने पोर्टफोलियो में कुछ डेट या गोल्ड फंड भी शामिल कर सकते हैं। यदि इक्विटी मार्केट यानी शेयर बाजार में गिरावट आती है, तो डेट और गोल्ड फंड आपके पोर्टफोलियो को संतुलित रखने में मदद करेंगे।
सारा फंड एक ही स्कीम में निवेश न करें
निवेश का पहला और महत्वपूर्ण नियम यह है कि अपनी पूरी पूंजी एक ही निवेश योजना में न लगाएं। विशेषकर म्यूचुअल फंड जैसी योजनाओं में, जहां रिटर्न शेयर बाजार की अस्थिरता पर निर्भर करता है। यदि आप निवेश की शुरुआत कर रहे हैं, तो कम से कम दो अलग-अलग फंड्स में अपना पैसा लगाएं।
सिर्फ एक म्यूचुअल फंड में निवेश करना जोखिमपूर्ण हो सकता है, क्योंकि हर फंड की अपनी अलग प्रकृति और प्रदर्शन होता है। विभिन्न फंड्स में निवेश करने से यदि एक फंड का रिटर्न कम भी हो, तो दूसरे फंड का अच्छा प्रदर्शन इसकी भरपाई कर सकता है। इस प्रकार, अपने निवेश को विविध बनाकर आप जोखिम को कम कर सकते हैं और बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
अलग अलग फंड में निवेश करें
निवेश करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि आप अपने सभी पैसे एक ही फंड हाउस की विभिन्न स्कीमों में न लगाएं। यह रणनीति लंबी अवधि के लिए उचित नहीं मानी जाती है, क्योंकि अगर उस फंड हाउस में कोई समस्या होती है तो आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
बेहतर होगा कि आप अलग-अलग फंड हाउस की स्कीमों में निवेश करें। इससे आपके निवेश का जोखिम कम हो जाएगा और साथ ही, लंबे समय में आपको अच्छे रिटर्न मिलने की संभावना भी बढ़ जाएगी।
तो यदि आप निवेश करना चाहते हैं तो ऊपर दिए बातों के ध्यान जरूर रखें और जल्दीबाजी बिल्कुल भी न करें इससे आपकी म्यूचुअल फंड की जर्नी अच्छी हो सकती है।
Very interesting points you have remarked, thank you for posting.