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IMAX Kya Hai: जानिए सामान्य थियेटर से कैसे अलग है आई मैक्स का स्क्रीन, कैसे देता है धाकड़ पिक्चर अनुभव?
IMAX Kya Hai:- नमस्कार दोस्तों अगर आप मूवी और सिनेमा के दीवाने हैं तो अपने अक्सर मूवीज के रिलीज टाइम में यह जरूर सुना होगा की “फलाना मूवी” इस स्क्रीन पर रिलीज हो रही है। मूवी के रिलीज वाले एडवर्टीजमेंट में भी चिल्ला चिल्ला कर और चीख चीख कर यह बात बताई जाती है की मूवी किस स्क्रीन में और किस क्वालिटी में रिलीज हो रही है।
दोस्तों आपके मन में यह सवाल तो जरूर उठता होगा की आखिर “IMAX Kya Hai” और यह नॉर्मल सिनेमा से कैसे अलग है और कैसे काम करता है जिससे इस स्क्रीन में मूवी देखने से पिक्चर अनुभव बढ़ जाता है और दर्शक इसमे आजकल ज्यादा मूवीज देखना पसंद कर रहे हैं।
IMAX Kya Hai
IMAX, जिसे ‘Image Maximum’ के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रीमियम मूवी थियेटर तकनीक है जो अपने उच्च-रिज़ॉल्यूशन लेंस, उन्नत प्रोजेक्टर, और विशाल स्क्रीन के लिए प्रसिद्ध है। यह तकनीक दर्शकों को एक ऐसा अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है जो उन्हें मानो फिल्म के भीतर खींच लेती है। जब आप किसी IMAX थिएटर में कदम रखते हैं, तो आपको तुरंत ही इसके आयाम का अंतर दिखाई देगा: स्क्रीन अत्यधिक बड़ी होती है, ध्वनि तकनीक अत्याधुनिक होती है, और दृश्य गुणवत्ता असाधारण होती है।
IMAX थिएटर की शुरुआत 1971 में कनाडाई कंपनी IMAX Corporation द्वारा की गई थी, और तब से यह सिनेमाई अनुभव को एक नए स्तर पर ले गया है। IMAX थिएटरों में दिखाए जाने वाले फिल्में उच्चतम पिक्सेल रिज़ॉल्यूशन के साथ बनाई जाती हैं, जो हर दृश्य को जीवंत और वास्तविक बनाती हैं। इसके अतिरिक्त, IMAX स्क्रीन के पीछे लगे लाउडस्पीकर और स्टेडियम-शैली की सीटिंग व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि हर दर्शक को समान रूप से स्पष्ट और जोरदार ध्वनि सुनाई दे।
IMAX थिएटरों में इस्तेमाल होने वाली तकनीक जैसे कि 70 मिमी फिल्म प्रिंट, लेज़र प्रोजेक्शन, और 3D तकनीक, इसे पारंपरिक थिएटरों से अलग करती है। यह थिएटर न केवल फिल्मों की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं, बल्कि दर्शकों को एक व्यापक और संपूर्ण दृश्य अनुभव भी प्रदान करते हैं। आज, दुनिया भर में अस्सी से अधिक देशों में लगभग 1500 IMAX थिएटर हैं, जो दर्शकों को एक अप्रतिम सिनेमाई अनुभव प्रदान कर रहे हैं।
IMAX और साधारण सिनेमा में अंतर
दोस्तों IMAX और साधारण सिनेमा दोनों के बीच कई महत्वपूर्ण अंतर हैं जो दर्शकों के देखने के अनुभव को प्रभावित करते हैं। IMAX थिएटर में बड़ी स्क्रीन, उच्च पिक्सेल रिज़ॉल्यूशन, और उन्नत ध्वनि प्रणाली दर्शकों को एक अद्वितीय और इमर्सिव अनुभव प्रदान करते हैं। इसके विपरीत, साधारण सिनेमा में स्क्रीन का आकार छोटा होता है और ध्वनि प्रणाली उतनी प्रभावशाली नहीं होती। नीचे हमने तालिका में आपको इसके बीच के अंतर को समझाने का प्रयास किया है-
विशेषता | IMAX | साधारण सिनेमा |
---|---|---|
स्क्रीन का आकार और गुणवत्ता | बहुत बड़ी स्क्रीन, उच्चतम पिक्सेल रिज़ॉल्यूशन | छोटी स्क्रीन, कम पिक्सेल रिज़ॉल्यूशन |
ध्वनि प्रणाली | अत्याधुनिक ध्वनि प्रणाली, स्पष्ट और गहरी ध्वनि | साधारण ध्वनि प्रणाली, कम प्रभावशाली ध्वनि |
प्रोजेक्शन तकनीक | लेज़र प्रोजेक्शन, 70 मिमी फिल्म प्रिंट, 3D तकनीक | 35 मिमी फिल्म प्रिंट, डिजिटल प्रोजेक्शन |
सीटिंग और थिएटर का डिजाइन | स्टेडियम-शैली सीटिंग, केंद्रित दृश्य के लिए डिजाइन | साधारण सीटिंग, स्टेडियम-शैली हमेशा नहीं होती |
दृश्य अनुभव | अत्यधिक इमर्सिव और वास्तविक | अच्छा लेकिन कम इमर्सिव |
दीपिका, प्रभास और अमिताभ बच्चन की कल्कि 2898 AD IMAX में रिलीज़ होने के लिए तैयार
प्रभास, दीपिका पादुकोण और अमिताभ बच्चन की बहुप्रतीक्षित फिल्म कल्कि 2898 AD हाल ही में चर्चा में है। फिल्म का ट्रेलर रिलीज़ हो चुका है और अब यह कुछ ही दिनों में थिएटर्स में आने वाली है। बेहतर सिनेमाई अनुभव के लिए इस फिल्म को IMAX फॉर्मेट में रिलीज़ किया जाएगा, जिससे इसके टिकट की कीमतें भी बढ़ जाएंगी। IMAX में फिल्में देखने का अनुभव साधारण सिनेमा से कहीं बेहतर होता है, क्योंकि इसकी पिक्चर क्वालिटी उच्च होती है।
IMAX थिएटर की टिकट महंगी क्यों होती है?
IMAX थिएटर में फिल्म देखने का मकसद है दर्शकों को एक इमर्सिव अनुभव प्रदान करना। इसलिए, IMAX में फिल्में देखने का खर्च भी ज्यादा होता है। IMAX फॉर्मेट में शूट की गई फिल्मों की लागत अधिक होने के कारण, इनकी टिकट के दाम भी सामान्य सिनेमा की तुलना में अधिक होते हैं।
सबसे ज्यादा कमाई करने वाली IMAX फिल्में
IMAX पर ज्यादातर हॉलीवुड फिल्में रिलीज होती हैं। ‘अवतार: द वे ऑफ वॉटर’ और ‘एवेंजर्स: एंडगेम’ सबसे ज्यादा कमाई करने वाली IMAX फिल्में हैं। पिछले साल रिलीज हुई ‘ओपेनहाइमर’ भी IMAX में रिलीज हुई थी, जिसकी भारत में टिकट की कीमत कई जगहों पर 2500 रुपये तक थी। बॉलीवुड की ‘बाहुबली: द कन्क्लूजन’, ‘पद्मावत’, और ‘ब्रह्मास्त्र’ जैसी फिल्में भी IMAX में रिलीज हो चुकी हैं। ‘धूम 3’ IMAX में रिलीज होने वाली पहली भारतीय फिल्म थी।